देहाती छोरी छाया और मनोज के पहले कौमार्य भंग की सेक्सी कहानी
नौकर मनोज सविता भाभी का नग्न जिस्म मसाजते हुए उसे अपनी पहली चुदाई की कहानी सुना रहा हैं. एक शाम मनोज और छाया गांव के पीछे वाली झाड़ियों में मिलते हैं. छाया उसे बताती हैं कि वो सारा दिन उसी के बारे में सोच रही थी. पिछली बार मनोज उसे इसी जगह पर कामसुख से अतृप्त नंगी छोड़कर गया था. छाया उससे चुदने के लिए तड़प रही हैं क्योंकि अगले ही महीने उसकी अनचाही शादी होने वाली हैं.
उसकी तड़प देख मनोज आगे बढ़ता हैं और छाया की चोली में कैद उसके बड़े बड़े बूब्स दबाता हैं. छाया को पता चल जाता हैं कि उसके बूब्स दबाने से ही मनोज का लंड खड़ा हो चुका हैं. अपनी अनचुदी चूत में उसे डालने के लिए छाया बैचेन हुई हैं. वो मनोज को अपनी चोली उतारकर बूब्स नंगे कर दबाने के लिए कहती हैं.
अब छाया की चोली उतर चुकी हैं. उसकी सफेद ब्रा में बड़े बड़े बूब्स समां नहीं पा रहे हैं. पीछे से मनोज उसके बूब्स दबा रहा हैं. साथ में वो उसका लंड छाया के चूतड़ों पर रगड़ रहा हैं.