सविता भाभी की मसाज करते करते नौकर मनोज ने सुनाई अपने कौमार्य भंग की कहानी
अब तक आपने देखा कि सविता भाभी ने अपने मनचले नौकर मनोज से मालिश के बहाने से अपना अंदर बाहर सबकुछ मालिश करवा लिया. उस दिन से सविता भाभी सप्ताह में कम से कम एक बार तो उससे मसाज का मजा ले ही लेती थी. उसके पति को कभी कोई शक नहीं होता और मनचला मनोज वहीं करता था जो भाभी उसे कहती थी.
एक दिन हमेशा की तरह सविता भाभी पूरी नंगी होकर मनोज से मसाज करवा रही थी. मनोज को छेड़ते हुए उसने उसके पहले चुदाई अनुभव के बारे में पूछा. इसपर मुस्कुराते हुए मनोज उसके कौमार्य भंग की कहानी सुनाने लगा.
वो लड़की मनोज के ही गांव की थी. उस समय दोनों १९ साल के थे. एक दिन मनोज अपने दोस्तों के साथ नदी किनारे घूमने गया. वहाँ नदी में वो लड़की अपनी सहेलियों के साथ नहा रही थी. मनोज उसका वह रूप पहली बार देख रहा था. उसकी गीली चोली से उसके पुष्ट वक्षों का नजारा साफ दिख रहा था. इतने में लड़की की नजर मनोज पर पड़ती हैं.